45 दिनों की शांति के बाद, प्रदेश में ठेके खुलते ही लूट हत्या बलात्कार का टांडव शुरू ..पुलिस बेबस..ज्योति बाबा

कोरोना वारियर्स भी सरकार के इस निर्णय से हतोत्साहित


कानपुर 5 मई ।  देश में 45 दिनों के कंप्लीट लॉक डाउन के बाद उत्तर प्रदेश समेत पूरे देश में शराब के ठेके खुलते ही हत्या ,लूट, बलात्कार का नग्न तांडव शुरू..पुलिस बेबस ...किस मुंह से सरकार जनता से अब कोरोना समाप्त करने के लिए व्यापक समर्थन की अपेक्षा रखेगी, क्योंकि उसने अपने बनाए हुए सोशल डिस्टेंसिंग ,फिजिकल डिस्टेंसिंग के नियमों को स्वयं तोड़ने का काम किया है,उपरोक्त बात सोसाइटी योग ज्योति इंडिया के तत्वाधान में कोरोना मिटाओ शराब हटाओ अभियान के तहत उत्तर प्रदेश में शराब के ठेकों पर पूर्ण प्रतिबंध की मांग को लेकर आयोजित एकल उपवास के बाद अंतरराष्ट्रीय नशा मुक्त अभियान के प्रमुख योग गुरु ज्योति बाबा ने कही । ज्योति बाबा ने कहा कि  पूरे प्रदेश में जहां मंदिर मस्जिद शिवालय  बंद हैं  पूजा करने जाने वालों को पुलिस मुर्गा बनाती है  वही  शराब  के ठेकों पर बाकायदा शराब बिकवाने हेतु  पुलिस की व्यवस्था हर ठेके पर की गई ,फिजिकल डिस्टेंस के नाम पर एक दूसरे से सटकर खड़े हुए वह जो लोग थे  उन्होंने कोरोना महामारी को बढ़ाने का निश्चित काम किया होगा l  सबसे दुखद विषय  पुरुषों से एक कदम आगे महिलाएं  शराब खरीदने के लिए लाइन में लगी हुई थी  जो यह दर्शाता है कि नशाखोरी  किस कदर  जन-जन में व्याप्त  करा दी गई है l देश के प्रमुख  नेत्र विशेषज्ञ  एवं  प्रखर वक्ता  समाजसेवी डॉ शरद बाजपेई  ने कहा कि आखिर  शराब के ठेके खोलकर योगी सरकार आमजन में क्या संदेश देना चाहती है, कि टीवी पर रामायण, महाभारत और चाणक्य सीरियल सिर्फ देखो, लेकिन उनके उत्तम सार व सीख को जीवन में न उतारो ।
जबकि सरकार को अपनी कथनी और करनी के द्वारा उच्चतम आदर्श स्थापित करने चाहिए l ज्योति बाबा ने कहा कि सरकार के इस बेवकूफी भरे निर्णय ,शराब के ठेके खोलने के विरोध में ज्योति बाबा हर दिन ऑनलाइन सामूहिक उपवास कर अविलंब प्रतिबंध लगाने की मांग करेंगे । एक ओर मोदी जी ने कोरोनावायरस से देश को बचाने के लिए अपने संबोधन में कहा था कि यदि देश का युवा नशे से दूर रहता है तो हम कोरोना महामारी से आसानी से निपट लेंगे l मानवाधिकार महासंघ के रामसुख यादव, एंटी करप्शन फाउंडेशन ऑफ इंडिया के दिलीप मिश्रा जी ने  कहा कि गांव व शहर दोनों में सबसे ज्यादा हिंसा की शिकार महिलाएं बनना शुरू हो चुकी हैं ,इसीलिए समय पर अपना निर्णय बदल दें ,वरना आक्रोशित जनता राज पाठ बदल देगी । ऑनलाइन स्वास्थ्य मीटिंग में भाग लेने वाले स्वास्थ्य सैनिक उमेश शुक्ला, राकेश चौरसिया, आलोक मेहरोत्रा, दिलीप कुमार सैनी, महंत राम अवतार, दास डॉ अनिल कटियार, विक्रम सिंह पाल व प्रमुख संस्थाएं एंटी करप्शन फाउंडेशन ऑफ इंडिया, मानवाधिकार महासंघ ,दोस्त सेवा संस्थान ,आशा वेलफेयर सोसाइटी, गणेश लक्ष्मी मूर्ति विसर्जन सेवा संस्थान इत्यादि थी।

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