भोजपुर सब्जी मंडी में बदहाल व्यवस्था, मामूली बारिश में बन जाती है स्विमिंग पूल


रायबरेली जिले के विकासखंड सरेनी अंतर्गत ग्राम सभा भोजपुर की सब्जी मंडी इन दिनों बदहाल व्यवस्थाओं को लेकर सुर्खियों में है। हाल ही में सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक वीडियो ने इस समस्या को उजागर किया है, जिसमें मामूली सी बारिश होते ही पूरी मंडी स्विमिंग पूल में तब्दील हो जाती है। इस वीडियो के सामने आने के बाद स्थानीय लोग और दुकानदार अपनी पीड़ा खुलकर बयान कर रहे हैं।

ग्रामीण दृष्टि की टीम ने किया स्थलीय निरीक्षण

समाचार पत्र ग्रामीण दृष्टि की टीम ने मंडी स्थल पर जाकर वस्तुस्थिति का जायजा लिया। वहां मौजूद दुकानदारों ने बताया कि बारिश होते ही मंडी परिसर में तीन फीट तक पानी भर जाता है। जल निकासी की कोई व्यवस्था नहीं होने के कारण सब्जियां पानी में बह जाती हैं और व्यापारियों को भारी नुकसान उठाना पड़ता है। इस तरह हर बारिश व्यापारियों के लिए एक संकट बन जाती है।

बुनियादी सुविधाओं का टोटा

मंडी में न तो शौचालय की सुविधा है और न ही पीने के पानी की उचित व्यवस्था। हालत यह है कि दुकानदारों को खुले में शौच जाने को मजबूर होना पड़ता है। हफ्ते में दो दिन मंडी लगती है और हर दिन करीब 250 दुकानदार अपनी दुकानें लगाते हैं। उनसे प्रति बाजार 10 रुपये शुल्क वसूला जाता है। इस तरह से हर सप्ताह लगभग 2500 रुपये की वसूली होती है, बावजूद इसके सुविधाओं के नाम पर कुछ भी नहीं है।

वसूली के बावजूद नहीं मिल रही सुविधा

दुकानदारों का आरोप है कि प्रशासन केवल वसूली करना जानता है, लेकिन उन्हें किसी भी प्रकार की सुविधा नहीं दी जाती। मंडी में वर्षों से जल निकासी की समस्या है, लेकिन अब तक कोई स्थायी समाधान नहीं किया गया है। दुकानदारों ने सवाल उठाया है कि आखिर यह वसूली की राशि कहां जाती है? यदि यह पैसा मंडी के विकास पर खर्च होता, तो आज हालात कुछ और होते।

प्रशासन से कार्रवाई की मांग

दुकानदारों और स्थानीय नागरिकों ने प्रशासन से मांग की है कि मंडी में तत्काल जल निकासी की व्यवस्था की जाए, पक्की नाली बनाई जाए और शौचालय जैसी बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं। इसके साथ ही वसूली की पारदर्शिता सुनिश्चित की जाए और जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाए।

अगर समय रहते कदम नहीं उठाया गया, तो आने वाले दिनों में यह समस्या और गंभीर रूप ले सकती है। प्रशासन की निष्क्रियता से दुकानदारों में आक्रोश है, और वे जल्द ही आंदोलन की चेतावनी भी दे सकते हैं।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ